पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लालकुआं विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के बाद अभी भी क्षेत्र के लिए लगातार घोषणाएं कर रहे हैं। प्रदेश में चुनाव संपन्न होने के बाद भले ही अधिकांश दावेदार अपने हार जीत का गणित जुटाने में लगे हो, लेकिन हरदा विकास का खाका तैयार करने में जुटे हुए हैं। हरदा भले ही देहरादून में हैं लेकिन उनका मन लालकुआं में ही है।
सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार अपनी बात जनता तक पहुंचाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत “हरदा” की ओर से सोमवार को बिंदुखत्ता के लिए डाली गई एक पोस्ट पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस पोस्ट को सुनकर लालकुआं और बिंदुखत्ता के लोग अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। अपनी पोस्ट में हरदा का कहना है कि बिंदुखत्ता, उत्तराखंडी स्वाभिमान और पराक्रम का प्रतीक है, जहां भूमिहीन लोग हैं, जिनके पास कुछ नहीं था, मगर जीवन था जो दांव पर लगा दिया। आज का बिन्दुखत्ता उनकी ही देन है। मेरी हार्दिक इच्छा है कि यदि मैं विधायक चुना गया तो
शहीद मोहन गिरी गोस्वामी जी के नाम पर जो स्टेडियम बनेगा, उसमें एक बड़ा शिलालेख अपनी विधायक निधि से बनाऊं। उस शिलालेख में मैं उन पराक्रमी पुरुषों का नाम अंकित करना चाहता हूंँ जिन्होंने प्राथमिक चरण में बिंदुखत्ता को बसाया और अपना सब कुछ अर्पित करके संघर्ष को आगे बढ़ाया। आज के बिंदुखत्ता की बुनियाद डाली।
मालूम हो कि रावत बिंदुखत्ता क्षेत्र को मालिकाना हक और राजस्व गांव का दर्जा देने का वादा वहां की जनता से पहले ही कर चुके हैं। इसके अलावा क्षेत्र के विकास के लिए वह कई वादे कर चुके हैं। कार्यकर्ताओं को भरोसा है कि हरदा की विकास परक सोच के लिए उन्हें चुनाव में क्षेत्र से काफी समर्थन मिला है।
✍️सचिन गुप्ता