उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून क़ासमी ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि 60 सालों में कांग्रेस ने देश के मुसलमानों को पीछे धकेला है। शिक्षा से लेकर हर मोर्चे पर मुसलमानों को मुख्य धारा से दूर रखा गया। मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष के इस बयान पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया देते हुए मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष पर हमला बोला है।
उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी ने मदरसा संचालकों और शिक्षकों के साथ बैठक में बीजेपी की केंद्र और राज्य सरकार की तारीफ करते हुए कांग्रेस पर मुसलमान को पीछे धकेलना का आरोप लगाया है। उन्होंने बीजेपी और आरएसएस को लेकर कहा कि समाज के हर वर्ग को राष्ट्रवाद और मुख्य धारा से जोड़ने का काम किया है। उन्होंने गौ सेवा, गंगा, राष्ट्रवाद सहित तमाम बिंदुओं को लेकर कि सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास लेकर काम कर रही है वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पर इस तरह से मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष के बयान पर कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी पूरी तरह से हमलावर नजर आई हैं। गरिमा दसौनी ने कहा कि मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष धर्म का ठेका, देश का ठेका और कांग्रेस का ठेका न लें। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में उनके अध्यक्ष रहते हुए 700 से अधिक हिंदू छात्र मदरसों में पढ़ रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मुफ्ती शमून कासमी बताएं कि वहां पर हिंदू बच्चों को वह क्या पढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि आखिर हिंदू परिवारों को क्यों मजबूर होना पड़ा कि वह अपने बच्चों को मदरसों में पढ़ाने के लिए भेज रहे हैं।