देहरादून महाशिवरात्रि पर राजधानी देहरादून सहित देवभूमि उत्तराखंड में रात से ही शिवालयों में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। आज शिवालयों में जलाभिषेक का विशेष महत्व है। भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए भगवान को पंचामृत से स्नान कराने के साथ ही बिल्व पत्र, भांग, धतूरा, फल-फूल आदि चढ़ाया जा रहा है। भोलेनाथ की भक्ति में डूबे भक्तों की लंबी कतार जलाभिषेक के लिए मंदिरों के बाहर सुबह से ही लगी रही।
हर वर्ष फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चौदस तिथि को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाता है। इस बार तीन अद्भुत संयोग के पड़ने से इस महाशिवरात्रि बेहद खास हो गई है। व्रतियों का विशेष फल प्राप्त होगा। सूर्य और शनि की एक साथ कृपया होगी। पहला शनिवार होने के कारण शनि प्रदोष का योग बन रहा है तो इसी दिन स्वार्थ सिद्धि योग भी पड़ रहा है। वहीं तीसरा 30 वर्षों बाद सूर्य और शनि यानी पिता-पुत्र एक साथ शनि की कुंभ राशि में गोचर करेंगे। महाशिवरात्रि पर राजधानी देहरादून में जलाभिषेक के लिए शिवालयों में श्रद्धालु उमड़ पड़े। टपकेश्वर महादेव मंदिर, पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर समेत आसपास के सभी शिवालयों में तड़के से ही महारुद्राभिषेक के बाद जलाभिषेक शुरू हो गया।