उत्तराखंड पुरोला विधानसभा के देवढुंग क्षेत्र में एक एनजीओ के नवनिर्मित भवन में सामूहिक धर्मांतरण कराए जाने के मामले में पुलिस ने ईसाई मिशनरी से जुड़े सात लोगों के खिलाफ उत्तराखंड धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
गौरतलब है कि देवढुंग क्षेत्र में एक एनजीओ के नवनिर्मित भवन में एक समारोह आयोजित किया गया था जिसमें बाहर से आए धर्म विशेष के लोगों ने नेपाली मूल के करीब एक दर्जन लोगों समेत कुछ स्थानीय लोगों को आमंत्रित किया था जिसको लेकर ग्रामीणों ने वहां पहुंच कर सामूहिक धर्मांतरण करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया इस मामले में शुक्रवार देर रात पुलिस ने विश्व हिंदु परिषद के कार्यकारी जिलाध्यक्ष वीरेंद्र रावत की तहरीर पर नेपाली मूल के जगदीश सहित ईसाई मिशनरी के कुल सात लोगों के खिलाफ उत्तराखंड धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया था वहीं आज इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री धामी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह कानून ऐसे ही लोगों के लिए लाया गया है जिंन्होने गलत तरीके से धर्मांतरण कराया है यह किसी भी कीमत पर नहीं होना चाहिए इसलिए हम इस कानून को लाएं है और भविष्य में भी और सख्ती से इस कानून का पालन कराया जाएगा।