देहरादून
उत्तराखंड में कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। सचिवालय में हुई इस समीक्षा बैठक में शासन के वरिष्ठ अधिकारी, सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ ही सभी जिलाधिकारी और एसपी और एसएसपी भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। सीएम धामी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा को लेकर कहीं पर भी कोई कोताही न बरतें और शिकायतों का त्वरित गति से निस्तारण किया जाए, सचिवालय में हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा को लेकर हमने बैठक की। सीएम ने कहा कि ऐसे सभी मामले जो घरेलू हिंसा के हैं, यौन अपराध के हैं, महिलाओं के साथ होने वाली छेड़खानी जैसी घटनाओं की जांच हर थाने पर एक महिला सब इंस्पेक्टर करें। जितने भी मामले दर्ज होते हैं उसमें ठोस पैरवी हो, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक इसकी नियमित रूप से मॉनिटरिंग करें। जो भी लोग जिम्मेदार हैं वह अगर कहीं कोताही बरतेंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अगले माह फिर हम इसकी समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही एक अवेयरनेस का कार्यक्रम भी चलाएंगे। पुलिस विभाग की ओर से इसमें डेमो भी किया है। महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा के क्षेत्र में मजबूती से काम किया जाए और प्रत्येक थाने और कोतवाली में जागरूकता का अभियान भी चलाया जाए।
अपर मुख्य सचिव गृह राधा रतूड़ी ने बैठक की जानकारी देते हुए कहा कि शिकायत के लिए ऑलरेडी बहुत सारे मध्यम हैं। 112 की बात करें या अन्य ऐप की बात करें 42000 महिलाओं की शिकायत पिछले 6 महीने में आई हैं। जिनका निस्तारण हुआ है। महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए एक सहायता एप बनाया गया है और यह ऐप रजिस्ट्रीकरण के लिए है कि जिससे हमको पता रहे कि कहां पर कितनी महिलाएं काम कर रही हैं। सरकारी क्षेत्रों के साथ-साथ संगठित और व्यवसायिक क्षेत्रों में कहां-कहां पर कितनी महिलाएं काम कर रही हैं इसमें रजिस्ट्रेशन कराकर वह अपनी जानकारी देंगी। यहां तक की घरों में झाड़ू पोछा करने वाली महिलाएं भी रजिस्ट्रेशन कर सकती हैं। अपर मुख्य सचिव गृह राधा रतूड़ी ने कहा कि इसका उद्देश्य है कि हम लोगों को यह जानकारी रहे कि कहां पर कितनी महिलाएं काम कर रही हैं। हर 15 दिन में महिला सब इंस्पेक्टर कॉल करके उनकी कुशलता पूछेगी और उनकी कोई समस्या है तो उसका समाधान किया जाएगा। इसके साथ ही सभी कर्मचारियों को 10 बजे से 5 बजे वाली कार्यपद्धती को भी छोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि उनको प्रतिबद्धता के साथ काम करना होगा। कई विभागों को इस बैठक में बुलाया गया था। सभी विभागों से आपस में समन्वय के साथ सबको मिलकर साथ आधी आबादी को सशक्त करना है तो सबको मिलकर काम करना होगा। खाली पुलिस विभाग अकेले काम नहीं कर पाएगी। भिक्षावृत्ति की समस्या है, ह्यूमन ट्रैफिकिंग की समस्या है ऐसे तमाम विषय हैं जिनको लेकर हम काम कर रहे हैं।