चारधाम यात्रा अपने चरम पर है। देश विदेश के लाखों की तादाद में श्रद्धालु उत्तराखंड के चारों धामों में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं
देहरादून
उत्तराखंड में इन दिनों चारधाम यात्रा अपने चरम पर है। देश विदेश के लाखों की तादाद में श्रद्धालु उत्तराखंड के चारों धामों में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग खुद मुख्यमंत्री धामी कर रहे हैं। यात्रा में अव्यवस्थाओं को लेकर सीएम धामी ने अधिकारियों की जमकर फटकार भी लगाई है। सीएम धामी की नाराजगी के बाद अधिकारी अब एक्टिव मोड में आ गए हैं।
चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। यात्रा में आ रही दिक्कतों को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं। इसका असर भी देखने को मिल रहा है। अब व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के साथ ही शासन के बड़े अधिकारी एक साथ आकर मीडिया के सामने अपना पक्ष रख रहे हैं। व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए अधिकारियों की ओर से तमाम तरह के कदम उठाने के लिए निर्देश दिए गए।
अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजीपी अशोक कुमार, पर्यटन सचिव राधिका झा ने बताया कि यात्रा 16 लाख पर कर चुकी है। डेढ़ लाख के करीब वाहन आ चुके हैं और 920 बिछड़े यात्रियो को परिवार से मिलवाया गया है। यात्रा के दौरान 300 लोगों को रेस्क्यू कर जीवन बचाया गया और 130 का खोया सामान दिलाया गया। इसके साथ ही 80 लोगों को तबियत खराब होने पर अस्पताल में एडमिट कराया गया। हवाई सेवाओं की फर्जी बुकिंग में 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ऑपरेशन मर्यादा के अंतर्गत 20 हजार लोगों पर कार्रवाई की गई है। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि कल 60414 लोगों ने यात्रा की। हर दिन 55 हजार के करीब यात्री आ रहे हैं। आपको बता दें कि 2019 में 34 लाख लोगों ने दर्शन किए थे और अभी 16 लाख लोग एक माह में दर्शन कर चुके हैं। ऋषिकेश में रजिस्ट्रेशन के लिए बैकलॉग नहीं बचा है हालांकि जिनके रजिस्ट्रेशन हो गए हैं वे यात्रा जरूर करेंगे उनको बस थोड़ा सब्र रखने की जरूरत है। स्वास्थ्य सचिव राधिका झा ने बताया कि यात्रियों को शतप्रतिशत बेहतर चिकित्सा सुविधा दी जा रही है। पहली बार मेडिकल एडवाइजरी डिटेल में जारी की गई कि लोग स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही यात्रा शुरू करें। अबतक 5000 लोगों को इमरजेंसी में ट्रीट करने भेजा गया। पहली बार एयर एंबुलेंस की सुविधा दी गई हालांकि यात्रा के दौरान मृत्य दर में अधिकता देखी जा रही है, लेकिन बीते वर्षो की तुलना में ये कम है। 50 वर्ष से अधिक लोगों से अपील की जा रही है कि अपने स्वास्थ्य का परीक्षण जरूर करा लें।
