सीएम धामी ने दून विश्वविद्यालय में आयोजित प्रवासी उत्तराखण्डी सम्मेलन का शुभारंभ किया। Uttarakhand 24×7 Live news
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दून विश्वविद्यालय में आयोजित प्रवासी उत्तराखण्डी सम्मेलन का शुभारंभ किया। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्रियों, सांसदों, विधायकों, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों सहित बड़ी संख्या में देश-विदेश से आए प्रवासी उत्तराखण्डियों ने भाग लिया। सम्मेलन में प्रदेश के विकास में प्रवासियों की भूमिका, निवेश की संभावनाओं और उत्तराखण्ड की संस्कृति को वैश्विक स्तर पर पहुँचाने जैसे मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री धामी ने राज्य स्थापना की रजत जयंती वर्ष की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रवासी उत्तराखण्डी हमारे प्रदेश के ब्रांड एंबेसडर हैं। उन्होंने कहा कि प्रवासियों ने न केवल अपने कर्मक्षेत्र में राज्य का नाम रोशन किया है, बल्कि उत्तराखण्ड के विकास कार्यों में भी सक्रिय रुचि दिखाई है।
सीएम धामी ने कहा कि राज्य सरकार उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य, आईटी और निवेश के क्षेत्र में प्रवासियों का योगदान महत्वपूर्ण रहेगा। मुख्यमंत्री ने प्रवासी उत्तराखण्डियों से अपील की कि वे अपने अनुभव, विशेषज्ञता और संसाधनों से राज्य की विकास यात्रा में भागीदार बनें।
उन्होंने बताया कि प्रवासी उत्तराखण्ड परिषद का गठन किया गया है, जो प्रवासियों और सरकार के बीच एक सेतु का कार्य करेगी। इसके माध्यम से राज्य के विकास, रोजगार सृजन और निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की संस्कृति, परंपरा और लोक कला की अपनी विशिष्ट पहचान है, जिसे प्रवासी भाई-बहन देश और विदेश में सशक्त रूप से आगे बढ़ा रहे हैं।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न प्रवासी प्रतिनिधियों ने भी अपने अनुभव साझा किए और राज्य के विकास में सहयोग का आश्वासन दिया।
