मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड में एक नई परंपरा को शुरू किया है, जिसकी सराहना धामी कैबिनेट के मंत्री भी कर रहे हैं,
सीएम की इस पहल का क्या है अखिर क्या है स्वरूप,सरकार के मुखिया की इस पहला का आखिर क्या है मकसद इसी पर देखिए हमारी ये रिपोर्ट।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विकास कार्यों को गति देने के लिए एक नई परंपरा को शुरू किया, जिसके तहत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विभागों के मुख्यालय पहुंचकर समीक्षा बैठककरने की शुरुआत की,पहले मुख्यमंत्री ने सूचना निदेशालय और उसके बाद जलागम मुख्यालय पहुंचकर समीक्षा कर सीएम धामी ने बड़ा संदेश देने का काम किया है,कि अब केवल विभागों की समीक्षा बैठक सचिवालय में ही नहीं होगी बल्कि मुख्यालय में पहुंचकर शासन के अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री बैठक करेंगे,उत्तराखंड में ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है जब मुख्यमंत्री,मुख्य सचिव की मौजूदगी में बड़े अफसरों के साथ किसी विभाग के मुख्यालय में पहुंचकर समीक्षा बैठक कर रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि मुख्य सेवक के नाते उन्होंने इस लिए ये पहल शुरू की है ताकि सभी विभागों के मुख्यालय भी एक्टिव होंगे,जिला, ब्लॉक,कार्यालय और निचले स्तर तक की इकाई को ऐक्टिव करना मुख्य उदेश्य है। साथ ही सभी विभागों को अपना भी महत्व भी समझ आएगा।
सीएम धामी के बयान से आसानी से
समझा जा सकता है,कि आखिर विभाग के मुख्यालय पहुंचकर समीक्षा बैठक लेने लेने का क्या उद्देश्य है,लेकिन सीएम धामी के इस फैसले की कैबिनेट मंत्री भी सरहाना कर रहे है,कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल का कहना है कि यह एक बेहतर कदम मुख्यमंत्री ने उठाया है,सीएम धामी यूं तो विभाग वार समीक्षा करते है ही,लेकिन विभागों के मुख्यालय में पहुंचकर समीक्षा करने से और गति विभागों के काम मे भी देखने को मिलेगी,मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभागों को एक्टिव करने को लेकर एक नया फॉर्मूला अख्तियार करते
हुए विभागों के मुख्यालय में पहुंचकर समीक्षा बैठक करना शुरू कर दिया है,ऐसे में अब देखना होगा कि आखिरकार मुख्यमंत्री के इस फैसले से विभागीय विकास कार्य की भविष्य में कितनी तेज रफ्तार देखने को मिलेगी।