उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने धामी सरकार के बजट की सराहना की है। उन्होंने कहा कि धामी सरकार का ये बजट सर प्लस रहा है और राज्य सरकार अपने संसाधनों को बढ़ाने का पूरा प्रयास कर रही है। डॉ. निशंक ने विपक्ष पर भी जोरदार हमला बोला है और उन्होंने कहा कि विपक्ष ने सदन चलने नहीं दिया और बजट सत्र को निर्धारित समय से पहले ही स्थगित करना पड़ा।
गैरसैंण विधान सभा में धामी सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 77407.08 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। इस बजट को लेकर जहां विपक्ष सरकार पर हमलावर है तो वहीं सत्तापक्ष की ओर से बजट को लेकर जनता में सकारात्मक संदेश दिया जा रहा है। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने इस बजट की जमकर सराहना की है। उन्होंने कहा कि यह बजट उत्तराखंड के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि धामी सरकार का ये बजट सर प्लस रहा है और राज्य सरकार अपने संसाधनों को बढ़ाने का पूरा प्रयास कर रही है। डॉ निशंक ने कहा कि स्टार्टअप के माध्यम से उत्तराखंड के युवा तरक्की को छुंएगे। मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना में 11 करोड़ की धनराशि बजट में दी गयी है। इसके साथ ही किसान पेंशन योजना में 35 करोड़ का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना में ₹23 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। 1,251 करोड़ रूपये का प्रावधान बजट में पावर कारपोरेशन के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने उत्तराखंड पर भरोसा जताया है और यहां जी-20 सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है जिसके लिए इस बजट में 100 करोड रुपए का प्रावधान किया गया है।
आपको बता दें कि बजट सत्र 13 मार्च से 18 मार्च तक के लिए आहूत किया गया था लेकिन 16 मार्च को ही बजट सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। निर्धारित समय से कम समय में बजट सत्र को स्थगित करने पर विपक्ष की ओर से लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। विपक्ष के सवालों का पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने सदन को चलने नहीं दिया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष सदन में भी हो हल्ला करता है और सड़क पर भी हो हल्ला करता है।