प्रदेश सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे बेरोजगारों के एक प्रतिनिधिमंडल ने अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से मुलाकात की। एसीएस राधा रतूड़ी ने बेरोजगार युवाओं को आश्वस्त किया कि सभी मांगों को मुख्यमंत्री के सामने रखकर सकारात्मक पहल की जाएगी।
उत्तराखंड में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक और भ्रष्टाचार के तमाम मामलों के सामने आने के बाद युवा आंदोलन की राह पर हैं। विगत दिवस प्रदर्शन कर रहे युवाओं को लाठीचार्च कर पुलिस ने खदेड़ा। बेरोजगार शिक्षित युवाओं के आंदोलन पर अब सरकार भी सकते में है। विपक्ष भी इस पूरे मूवमेंट को भुनाने में लगा हुआ है। तो वहीं दूसरी तरफ सरकार और भाजपा संगठन द्वारा लगातार इस मामले को मैनेज करने की कोशिश की जा रही है। कल हुए लाठीचार्ज और पथराव के बाद जहां एक तरफ सरकार के कई मंत्रियों ने अपने बयान जारी कर बेरोजगार युवाओं से संयम बनाकर रखने की अपील की तो वही सरकार द्वारा भी देर शाम तक मजबूत नकल विरोधी कानून बनाने को लेकर के अध्यादेश जारी करने की बात कही जिसे राजभवन को प्रेषित कर दिया गया है। एक बार फिर से बेरोजगार संघ के हजारों युवाओं ने देहरादून कचहरी स्थित शहीद स्मारक पर एकत्रित होकर एक बार फिर से सरकार के खिलाफ हुंकार भरी तो वहीं शासन-प्रशासन की कोशिशों के बाद बेरोजगार संघ के एक डेलिगेशन ने पहले जिलाधिकारी सोनिका से मुलाकात की तो वहीं जिलाधिकारी सोनिका के माध्यम से इस डेलिगेशन की मुलाकात अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से करवाई गई जिसमें बेरोजगार संघ के 5 पदाधिकारी और उत्तराखंड शासन की तरफ से एसीएस राधा रतूड़ी ने मध्यस्था की। अपनी मांगों में बेरोजगार संघ ने परीक्षाओं में हो रही धांधली यों की सीबीआई जांच सहित कई अन्य मांगे भी सरकार के सामने रखी। एसीएस राधा रतूड़ी से हुई बेरोजगार संघ के प्रतिनिधित्व की इस मुलाकात के बारे में एसीएस राधा रतूड़ी ने मीडिया को जानकारी दी है कि बेरोजगार संघ के पदाधिकारियों से उनकी मुलाकात हुई है जिसमें बेरोजगार संघ की तरफ से कई मांगे रखी गई और उन पर सकारात्मक रवैया दिखाते हुए एसीएस राधा रतूड़ी द्वारा इन सभी मांगों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को प्रस्तावित करने की बात कही गई है। इसके अलावा उत्तराखंड शासन ने बेरोजगार युवाओं के संगठन को भी संयम बनाए रखने की अपील की है।