आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लाडपुर में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय पौष्टिक आहार महोत्सव में प्रतिभाग किया । उन्होंने कहा कि किसानों की खुशहाली तथा उनकी आर्थिकी की मजबूती के लिये राज्य सरकार गंभीरता से प्रयासरत है। किसान एवं खेती की दशा को सुधारना हमारी प्राथमिकता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री धामी ने किसानों के व्यापक हित तथा पारम्परिक कृषि उत्पादों को बढ़ावा देने के लिये प्रदेश में एक जनपद एक उत्पाद के तहत प्रसंस्करण यूनिट की स्थापना के लिये 25 प्रतिशत सब्सिडी दिये जाने की घोषणा की।
सब्सिडी की अधिकतम धनराशि ₹7 लाख होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की आय दुगनी करने के लिए अनेक योजनाएं संचालित की है, इससे किसानों के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन आ रहा है। कृषि के क्षेत्र में किये गये सकारात्मक प्रयासों के लिए केन्द्र सरकार द्वारा राज्य को पुरस्कृत भी किया गया है। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि मडुआ, झंगोरा, गहत कोणी, बारा अनाज आदि हमारे पर्वतीय क्षेत्रों की पहचान रही है। हमारे ग्रामीण परिवेश से इन आहारों की औषधीय गुणवत्ता एवं पौष्टिकता की स्वीकार्यता सर्वविदिति हैं। उन्होंने कहा कि राज्य गठन के मूल में पर्यटन, ऊर्जा के साथ ही कृषि की अवधारणा भी शामिल रही है। हम इन क्षेत्रों में गंभीरता से प्रयासरत रहते हुए स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के विकास के प्रति भी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहे हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री सीएम धामी द्वारा श्री विजय गड़धारी की पुस्तक “उत्तराखण्ड की खाद्य प्रजातियां” तथा कृषि विभाग के लोगो का किया लोकार्पण किया गया। उन्होंने राज्य के पारम्परिक अनाजों के विविध व्यजंन बनाने वाले शेफ देवेन्द्र जोशी को भी सम्मानित किया।