उत्तराखण्ड की 144 चिकित्सा इकाइयों को वित्तीय वर्ष 2022-23 में कायाकल्प अवार्ड से नवाजा गया। यह अवार्ड राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संचालित क्वालिटी एश्योरेंस कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदान किया गया है। कायाकल्प अवार्ड का मूल्यांकन अस्पताल का रख-रखाव, स्वच्छता व साफ-सफाई, बॉयोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, इंफेक्शन कंट्रोल प्रैक्टिसेज, हाइजीन प्रमोशन, पेशेंट फीडबैक पर किया गया। जिसमें 10 जिला चिकित्सालय, 12 उप जिला चिकित्सालय व 16 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं। वहीं 41 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 64 आयुष्मान आरोग्य मंदिर व 1 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं। कायाकल्प अवार्ड तीन चरण जिसमें प्रथम चरण इंटरनल असेसमेंट, द्वितीय चरण पीयर असेसमेंट व तृतीय चरण एक्सटर्नल क्वालिफाइड हैं तथा प्रत्येक चरण में अर्हता प्राप्त चिकित्सा इकाईयों में से सबसे अधिक अंक प्राप्त चिकित्सा इकाईयों एवं 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त चिकित्सा इकाईयों को राज्य स्तर से कायाकल्प अवार्ड धनराशि से सम्मानित किया गया है,प्रदेश में कायाकल्प अवार्ड से सम्मानित बेस्ट जिला अस्पताल जनपद देहरादून के कोरेनेशन अस्पताल व जनपद उधम सिंह नगर के जे.एल.एन. अस्पताल को मिला। जिन्हें 25-25 लाख की धनराशि दी गयी। वहीं बेस्ट उप जिला अस्पताल जनपद हरिद्वार के मेला अस्पताल व बेस्ट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनपद देहरादून के सहिया को प्राप्त हुआ।
जिन्हें 7.5-7.5 लाख की धनराशि दी गयी। बेस्ट इको फ्रेंडली अस्पताल में जनपद चमोली स्थित जिला अस्पताल गोपेश्वर को अवार्ड प्राप्त हुआ, जिसे 13 लाख की धनराशि दी गयी व बेस्ट इको फ्रेंडली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनपद नैनीताल स्थित सी.एच.सी. बेतालघाट व गरमपानी को अवार्ड प्राप्त हुआ, जिसे 06 लाख की धनराशि दी गयी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत द्वारा अवगत कराया गया कि स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में स्वच्छता और साफ-सफाई सुनिश्चित करने के लिये 15 मई, 2015 को राष्ट्रीय पहल कायाकल्प की शुरुआत की गई। इसका उद्देश्य ऐसी सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं को प्रोत्साहित कर उनकी पहचान करना है जो कि स्वच्छता और संक्रमण पर नियंत्रण के लिये मानक का पालन कर सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में स्वच्छता, साफ-सफाई और संक्रमण नियंत्रण प्रथाओं को बढ़ावा दें।