देहरादून
कहते हैं राजनीति में मतभेद होना स्वाभाविक है पर राजनीतिज्ञों में मनभेद नहीं होना चाहिए। यही वजह है कि जब एक दूसरे के सुख दुख की बात सामने आती है तो राजनीतिज्ञ दलगत राजनीति छोड़कर एक दूसरे के साथ खड़े हो जाते हैं। पिछले दिनों उत्तराखंड में दो नेताओं के बीच बयानबाजी और एक दूसरे के खिलाफ खींचतान का दौर चरम पर था। यह दोनों नाम अपने आप में काफी चर्चित रहे हैं। हम बात कर रहे हैं लैंसडौन से बीजेपी विधायक दिलीप रावत और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत की, दोनों नेताओं के बीच तल्खी और राजनीतिक द्वंद इतना आगे बढ़ गया था कि कोई एक दूसरे को देखना नहीं चाहता था। हालांकि उस वक्त दोनों नेता एक ही पार्टी यानी कि बीजेपी में थे। अब हरक सिंह रावत ने अपना रास्ता अलग कर लिया है और वह अब कांग्रेस में है। ऐसे में दिलीप रावत ने अपने बयानों और हरक सिंह रावत को लेकर तल्खी में कमी की है। हरक सिंह रावत को लेकर दिलीप सिंह रावत अब काफी नरम नजर आ रहे हैं। यही वजह है कि हरक सिंह रावत के जन्मदिन पर दिलीप रावत ने अपने ही अंदाज में उनको शुभकामनाएं दी है।