देहरादून
अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो आने वाले दिनों में पौड़ी जिले में स्थित लैंसडौन को बलभद्रपुर के नाम से जाना जाएगा। लैंसडौन से बीजेपी विधायक दिलीप रावत ने सरकार से लैंसडौन का नाम बदलकर बलभद्रपुर किए जाने की मांग की है। दिलीप रावत ने कहा कि लैंसडौन में प्रथम सूबेदार बलभद्र सिंह थे इसलिए उनके नाम पर ही बलभद्रपुर किया जाए, क्योंकि लैंसडौन का नाम अंग्रेज अफसर के नाम पर रखा गया था।
बीजेपी विधायक ने कहा कि उत्तराखंड में गुलामी के और अंग्रेजों की गुलामी के प्रतीक चिन्ह को हटाया जाना चाहिए। इसीलिए हमने तत्कालीन रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से लैंसडाउन का नाम बदलने की सिफारिश की थी और नाम बदलने को लेकर इसी के तहत काम हो रहा है। इसके साथ ही दिलीप रावत ने कैंटोनमेंट बोर्ड को भी समाप्त किए जाने की मांग की है उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के बनाए हुए सभी प्रावधान और नियमों को समाप्त कर दिया जाए।