राजधानी देहरादून सहित पूरे उत्तराखंड में गणेश चतुर्थी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। अगले 10 दिनों तक सभी लोग मंदिरों और घरों में भगवान गणेश की पूजा अर्चना कर अपने और अपने परिवार के लिए भगवान से प्रार्थना करेंगे। भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना कर दसवें दिन इन मूर्तियों को विसर्जित करने के साथ यह पर्व समाप्त होगा। सनातन धर्म में भगवान गणेश की सबसे पहले पूजा की जाती है और हिंदू देवी-देवताओं में सबसे प्रसिद्ध और ज्यादा पूजे जाने वाले देवता हैं। पूरे देश के साथ ही राजधानी देहरादून में गणेश चतुर्थी की धूम है। बाजार भी बप्पा की सुंदर-सुंदर मूर्तियों से सज गए है।दूनवासियों में भी बप्पा को अपने घर ले जाने का उत्साह है। हर कोई अपने परिवार की सुख समृद्धि के लिए बप्पा को घर ले जाना चाहता है।
आज गणेश चतुर्थी का महापर्व है और आज देशभर के पंडालों और घरों में गणपति बप्पा की स्थापना की जाएगी। हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी के पर्व का विशेष महत्व होता है। भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि खास होती है, क्योंकि गणेश पुराण के अनुसार भगवान गणपति का जन्म भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि, चित्रा नक्षत्र और मध्याह्र काल में हुआ था।