देहरादून मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज चोपता और तल्ला नागपुर मे चुनावी सभा की और विकास के लिए भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल को रिकार्ड मतों से जिताने की अपील की। उन्होंने कहा कि भाजपा की निश्चित जीत को देखकर कांग्रेस बौखला गयी है और अनर्गल बयानबाजी कर रही है। इस दौरान दर्जनों ग्राम प्रधानों ने भाजपा की सदस्यता ले ली। वहीं उपनल संघ ने भी भाजपा को समर्थन देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय विकास के लिए कार्तिकेय स्वामी को पर्यटन सर्किट के रूप मे विकसित करने, लोधला गाँव को वन अधिनियम से एनओसी दिलाकर सड़क पहुंचाने तथा चंद्रनगर मे आईटीआई भवन निर्माण की प्रक्रिया जल्दी शुरू की जायेगी।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने चंदर नगर मे आयोजित चुनाव सभा को संबोधित करते हुए कहा, बाबा के दरबार में पीएम मोदी के दिए, वर्तमान दशक को उत्तराखंड के नाम करने के संकल्प पर आज समूची केदारघाटी और राज्य आगे बढ़ रहा है । उन्होंने जनता से 3 दशकों से क्षेत्रीय सुख दुख की साथी, आशा नौटियाल को स्वर्गीय शैला के अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए आशीर्वाद देने का आग्रह किया। साथ ही उनसे सावधान रहने की बात कही, जो हमेशा, हर जगह सनातन विरोध और मुस्लिम यूनिवर्सिटी एवं तुष्टिकरण के पक्ष में खड़े रहते हों, वहीं यहां केदारनाथ प्रतिष्ठा की झूठी बात करते हों।
केदारनाथ विधानसभा के अंतर्गत चोपता तल्ला नागपुर में विशाल जन सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने क्षेत्र के चौमुखी विकास के संपर्क में खड़े होने का अनुरोध किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा उम्मीदवार आशा नौटियाल का जिक्र करते हुए कहा, वह तीन दशक से समर्पित भाव से आप सबके बीच कार्य कर रही है। वह दो बार विधायक भी रही और उसके बाद भी हमेशा क्षेत्र के विकास लोगों की समस्या एवं दुख तकलीफों पर मदद के हर संभव प्रयास करती आई है। अब हम सब का भी दायित्व है कि दिवंगत विधायक स्वर्गीय शैला रानी दीदी के अधूरे सपनों को पूरा करने की जिम्मेदारी आशा दीदी को दिया जाए। उन्होंने पीएम मोदी का जिक्र करते हुए कहा, बाबा केदार की भूमि से ही उन्होंने आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा मूल मंत्र दिया था। आज इस संकल्प को लेकर केदार घाटी से लेकर प्रदेश लगातार आगे बढ़ रहा है चाहे अवस्थाना विकास कार्यों की बात हो सड़क रेल हवाई कनेक्टिविटी की बात हो स्वास्थ्य शिक्षा बिजली पानी अधिक तमाम जनकल्याणकारी विषयों की बात हो।
उन्होंने कहा मोदी हमेशा कहीं भी हो देवभूमि की चिंता हमेशा करते हैं वे बाबा के अनन्य भक्त हैं । क्योंकि 2013 की आपदा के बाद जब मोदी जी ने केदार धाम के पुनर्निर्माण की बात कही तो राजनीतिक कारण से उन्हें सेवा करने से रोक दिया गया । लेकिन बाबा ने अपने भक्त को आशीर्वाद दिया और 2014 की प्रचंड जीत के साथ अपने धाम के विकास और भव्यता की जिम्मेदारी सौंपी। 2000 करोड़ से अधिक के विकास कार्य से केदार धाम की भव्यता एवं दिव्यता में वृद्धि हो रही है। उन्होंने तुलना करते हुए कहा कांग्रेस के एक भी प्रधानमंत्री ने 60 सालों में बाबा के धाम का विकास तो दूर यहां आना भी गवारा नहीं समझा और मोदी जी 7 बार बाबा के दर्शन करने आ चुके हैं।
प्रदेश सरकार के कार्यों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा विकास के साथ अनेकों जनहित में कठोर निर्णय हमने लिए हैं चाहे यूसीसी, धर्मांतरण, दंगारोधी कानून हो, चाहे नकल निरोधक कानून हो जिससे हमने नकल माफिया से युवाओं का भविष्य सुरक्षित किया। जिसका नतीजा है कि आज 100 से अधिक नकल माफिया जेल में है और 19 हजार सरकारी नौकरियां युवाओं को मिल चुकी हैं।
उन्होंने पहाड़ की आर्थिक रीड, चार धाम यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, 2013 की आपदा के बाद 2014 में केदार धाम पहुंचने वालों की संख्या मात्र 40 हजार रह गई थी और उससे पहले भी दो से तीन लाख लोग ही साल में केदार धाम पहुंचते थे। लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में हुए वहां विकास कार्यों और स्वयं मोदी जी का ब्रांड एम्बेसडर बनकर बाबा की सेवा करना का ही परिणाम है कि 2023 आते-आते 20 लाख से ऊपर भक्तों की संख्या पहुंच गई है। वर्तमान वर्ष में भी 56 दिन की यात्रा कम होने एवं 15 दिन देर से शुरू होने के अतिरिक्त आपदा से 19 सड़कों के क्षत्रिग्रस्त होने के बावजूद रिकॉर्ड 16.5 लाख तीर्थ यात्री बाबा के पास आए हैं।
ग्रीष्मकालीन राजधानी में हुई उच्च स्तरीय बैठक का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा हमने अनुभवी लोगों को बुलाकर बहुत ही महत्वपूर्ण विषयों पर मंथन किया है। क्योंकि हम जल्द ही सख्त भू कानून लेकर आ रहे हैं। जिन्होंने भी अब तक इस कानून में छेड़छाड़ कर अवैध कब्जे किए हैं या खरीदारी की है उनके खिलाफ कठोरता कार्यवाही हो रही है।
उन्होंने उन्होंने बताया पीएम मोदी इस वर्ष भी केदारनाथ धाम आना चाहते थे। लेकिन मुझसे यहां आचार संहिता की तकनीकी दिक्कतों के जिक्र पर उन्होंने अपना दौरा स्थगित किया है।
उन्होंने कांग्रेस पर जबरदस्त हमला करते हुए कहा कि उनके नेताओं को आज चुनाव प्रचार में परेशानी हो रही है। क्योंकि केदार घाटी में हुए चौमुखी विकास का उनके पास कोई जवाब नहीं है। केदार धाम को लेकर जो भ्रम एवं झूठ वे फैला रहे थे, उसपर उनकी पोल पूरी तरह खुल चुकी है। जनता देख रही है कि जिनकी सरकारों में अवैध मजारों को बड़े पैमाने पर बनाया गया, उन पर हरी पीली चादर फैला दी गई, घुसपैठियों को बुलाया गया, राज्य में बसाया गया । वहीं मुस्लिम यूनिवर्सिटी की बात करने वाले अब केदारनाथ धाम की प्रतिष्ठा पर यात्रा निकालते हैं। इन्हीं लोगों ने राजनीतिक लाभ लेने के लिए धाम से शिला ले जाने की अफवाह फैलाई लेकिन प्रत्येक व्यक्ति जानता है कि कोई शिला नहीं गई अन्यथा वह किसी से छुपता नहीं। हमने उत्तराखंड आने वालों की जांच की बात कही तो भी कांग्रेस ने विरोध किया, जिन्होंने गलत तरीके से भूमि खरीदी ह उनकी जांच पर भी इनका विरोध है।
साथ ही कहा, जनता प्रत्यक्ष गवाह है कि आपदा के समय हमारी सरकार ग्राउंड जीरो पर रहकर कार्य करती है। इस बार की आपदा भी 2013 जैसी थी लेकिन हमने आपके सहयोग से तीर्थ यात्रियों की जान बचाई, वही 9 करोड़ से अधिक धनराशि से स्थानीय परिवार प्रभावितों को मदद की। जबकि 2013 में सभी सभी ने देखा कि आपदा के बाद कांग्रेस यहां से भाग खड़ी हुई थी।
भाजपा ने हमेशा मातृशक्ति के सशक्तिकरण और सम्मान के लिए कार्य किया है इसका उदाहरण स्वयं केदारनाथ विधानसभा है जहां पर हमेशा मातृशक्ति उम्मीदवार को हमारे द्वारा तवज्जो दी गई। इतना ही नहीं हमारी केंद्र सरकार ने 33 फीसदी आरक्षण जन प्रतिनिधित्व में दिया, राज्य सरकार ने अपनी नौकरियों में 30 फ़ीसदी अधिकार दिया, लखपति दीदी योजना चला रहे हैं, मुख्यमंत्री बहना और सशक्तिकरण योजना आदि।
उन्होंने स्थानीय विकास कार्यों एवं जनहित के निर्णय का जिक्र करते हुए कहा, चौपता पॉलिटेक्निक और राजकीय इंटर कॉलेज के भवन निर्माण पर निर्णय हो चुका है। कॉलेज में कला विषय को स्वीकृति हो गई है। वर्षों से लंबित जखोली मीटर मार्ग आदि मिसिंग मार्गों पर शीघ्र कार्य शुरू होगा। वहीं पर्यटन से क्षेत्र को पूरी तरह जोड़ने की योजना एवं फल पट्टी की संभावनाओं के मद्देनजर उद्यान विभाग योजनाएं तैयार करेगा। वहीं चौपता में प्रोजेक्ट को फैलाई जा रही अफवाह को लेकर उन्होंने स्पष्ट किया कि इस तरह की कोई चर्चा पूरी तरह निराधार है।
मुख्यमंत्री ने विपक्ष के उम्मीदवार पर तंज कसते हुए कहा, उन्होंने हिटो केदार, चलो बैठो जैसे भ्रष्टाचारी योजनाओं पर काम किया। अफसोस जब यह विधायक रहे हमेशा कहते रहे कि हमारी सरकार नहीं है मैं कुछ नहीं कर सकता । जबकि अपनी 20 करोड रुपए की विधायक निधि में से 6 करोड़ ये खर्च नहीं कर पाए। अपनी उदासीनता एवं संवेदनहीनता से इन्होंने आपके विकास की धनराशि को खर्च नहीं होने दिया। मैं स्वयं 3 वर्ष से मुख्यसेवक हूं लेकिन वह कभी भी किसी जन कल्याणकारी या क्षेत्र के विकास को लेकर मुझे नहीं मिले। और ठीक ऐसा ही अनुभव हमारे पूर्ववर्ती मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत के साथ उनके रहे हैं। अब निर्णय अपने करना है कि जो कभी जनहित के कार्यों के लिए सरकार या शासन प्रशासन से मिलना जरूरी नहीं समझते हो उन्हें चुना जाए या आपके विकास और सुख-दुख के लिए हमेशा तैयार रहने वाली मातृशक्ति आशा दीदी को चुना जाए।
उन्होंने विश्वास दिलाया कि यदि आपने आशा जी को अपना प्रतिनिधि बनाया तो वह पहले से भी अधिक सक्रियता से आपकी समस्याओं को हल करने के लिए कार्य करेंगी। और मैं एक मुख्य सेवक होने के नाते हमेशा उनके साथ खड़ा मिलूंगा। हम सबको विपक्ष की जाति, क्षेत्र में बांटने की साजिश के झांसे में नहीं आना है। और तुष्टिकरण करने और सनातन विरोध करने वालों को केदार धाम की पावन भूमि से बाहर कर विधानसभा में कमल खिलाना है।
इस मौके पर एक दर्जन से अधिक 16 ग्राम प्रधान गण पार्टी मे शामिल हुए। इनमे राजेश बिष्ट —नैणी पौण्डार ब्लॉक उपाध्यक्ष प्रधान संघठन अगस्तमुनि, 2) शिवानंद नोटियाल
3) महिपाल कण्डारी -डुंगर भटवाड़ी
4) मनीषादेवी – जोला पाटियूं
5) सुनिता रावत – बीरौं देवल
6) अनूप सिंह – बरम्वाड़ी
7) धर्मेन्द्र – नागजगई
8) हरिमोहन गोस्वामी – भीरी
9) पुष्पा चमोला कौशलपुर,
, 10) मनोज नेगी -क्यार्क बरसूड़ी
11) नरेंद्र सजवान-वष्टि
12) जगमोहन -फेरा
13) नरेन्द्र सजवाण बष्टी
14) मीना दैवी तिनसोली
15) ज्योति नैगी। कण्डारा
16) कुलदीप बिष्ट – जल ई सुरसाल हैं। वहीं रुद्रप्रयाग उपनल कर्मचारी संघठन ने सीएम की जनसभा भाजपा प्रत्याशी को समर्थन दिया है। रुद्रप्रयाग जनपद के उपनल कर्मचारी संघठन ने मुख्यमंत्री की सभा में बीजेपी प्रत्याशी आशा नौटियाल को दिया समर्थन । इनमें
पंकज राणा जिला उपाध्यक्ष उपनल कर्मचारी संगठन जिला रुद्रप्रयाग
नरेंद्र नेगी , पूनम देवी , आरती बुटोला शामिल रहे ।