18 अगस्त को रायपुर पुलिस को एक शिकायत प्राप्त हुई थी जिसमे यह कहा गया था कि वादिनि के घर से ज्वैलरी और करोड़ों की धनराशि चोरी कर ली गई है। मामले को गंभीरता से देखते हुए पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू कर दी। पुलिस ने टीमों का गठन कर चोर को पकड़ने के लिए सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरू कर दिए। जिससे बाद 21 अगस्त को पुलिस ने सहस्त्रधारा रोड से 2 करोड़ 60 लाख के साथ एक आरोपी जिसका नाम सन्नी बताया गया था को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने अपने एक साथी के बारे में और जानकारी दी जो कि इस चोरी में शामिल था। देहरादून पुलिस ने फरार धीरज के घर व अन्य संभावित जगहों पर दबिश देकर धीरज को पकड़ने की कोशिश की लेकिन अभियुक्त धीरज फरार मिला आसपास के लोगों से पूछताछ करने पर जानकारी मिली कि धीरज खेती-बाड़ी का काम करता है और पूर्व में देहरादून भी रह चुका है। धीरज का भाई दिल्ली पुलिस में नियुक्त है और नरेला दिल्ली में ही सरकारी आवास में रहता है।
वहीं पुलिस को यह भी सूचना प्राप्त हुई है कि धीरज के पिता भूदेव चोरी किए गए रुपयों को गांव में छुपाने के फिराक में है।इसके बाद दबिश देकर देहरादून पुलिस ने धीरज के पिता भूदेव को उसके गांव वाजिदपुर बड़ोद से गिरफ्तार किया। साथ ही 48 लाख की कुल धनराशि एक सफेद कट्टे से भी बरामद की गई। पुलिस को शक है कि दिल्ली पुलिस में काम करने वाला नीरज भी कहीं ना कहीं इस मामले में संलिप्त है और फिलहाल पुलिस इसकी जांच में जुटी हुई है। यदि नीरज के खिलाफ कोई सबूत पुलिस को प्राप्त होता है तो उसकी गिरफ्तारी भी जल्द की जा सकती है।