रिपोर्ट : मनमोहन भट्ट,
मनरेगा कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी हड़ताल अवधि व पिछले 5 माह का मानदेय भुगतान न होने पर शासन-प्रशासन के खिलाफ कड़ा रोष जताया है। संगठन ने विभागीय अधिकारियों पर हठधर्मिता का आरोप लगाते हुए शीघ्र मानदेय भुगतान व अन्य लंबित मांगों पर शीघ्र कार्रवाई की मांग की है। कर्मचारियों ने मांगों पर कार्रवाई न होने शुक्रवार को खण्ड विकास अधिकारी को 3 दिसम्बर से कार्य बहिष्कार का ज्ञापन सौंपा है। पाँच माह से मानदेय भुगतान न होने से नाराज मनरेगा कर्मचारी संगठन चिन्यालीसौड़ ने कार्यबहिष्कार कर हड़ताल की चेतावनी दी है।
विकासखण्ड चिन्यालीसौड़ के संगठन अध्यक्ष बीरेन्द्र कोहली व सचिव अतर सिंह रावत का कहना है कि लंबित मांगों को लेकर मनरेगाकर्मी लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। इससे पूर्व कर्मचारियों ने 84 दिनों की प्रदेशव्यापी हड़ताल भी की थी। जिस पर ग्रामीण विकास मंत्री ने कर्मचारियों की मांगों को जायज मानते हुए शीघ्र सकारात्मक कार्रवाई का आश्वान देते हुए कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त करवाई थी। कहा कि मुख्यमंत्री की संस्तुति के बावजूद भी कर्मचारियों को हड़ताल के दौरान का मानदेय तथा बढ़ा हुआ मानदेय भुगतान भी नहीं किया गया है।
ज्ञापन में हस्ताक्षर करने वालो में बीरेन्द्र लाल,बिजेन्द्र जगूड़ी,कुशलानन्द पैन्यूली,अतर सिंह,प्रतिमा बिष्ट आदि हैं।