देहरादून:
बहुत ही दुःखद वरिष्ठ भाजपा विधायक हरबंस कपूर का आज प्रातः स्वर्गवास हो गया है ।हरबंस कपूर देहरादून के सबसे वरिष्ठ और सबसे लोकप्रिय विधायक थे ।
हरबंस कपूर उत्तराखंड में बीजेपी के सबसे वरिष्ठ विधायकों में से एक थे उत्तराखंड के साथ-साथ यूपी विधानसभा में भी विधायक रहे हैं, उनके निधन से उत्तराखंड को बहुत ही बड़ा झटका लगा है
उत्तराखंड के एकमात्र अजेय विधायक हैं. जब से इन्होंने जीतना शुरू किया तो पीछे मुड़कर नहीं देखा. जब भाजपा का झंडा थामने वाला कोई नहीं था, तब ये विधायक बन गए थे. यह सीट 2008 परिसीमन के अस्तित्व में आने के बाद भी हरबंस कपूर का गढ़ रही है. साल 2012 में पूर्व स्पीकर रहे हरबंस कपूर ने भाजपा से अगुवाई की तो कांग्रेस का झंडा लहराने देवेंद्र सिंह सेठी आये !
कांग्रेस ने भाजपा दिग्गज को पछाड़ने की पुरजोर कोशिश की पर भाजपा विधायक हरबंस कपूर को हिला नहीं पाए. नतीजे में 5095 वोटों से भाजपा विधायक ने जीत दर्ज की. साल 2017 में इस सीट पर कांग्रेस ने अपने प्रवक्ता और कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना पर दांव खेला. जिसमें उन्हें फिर से नाकामी हाथ लगी. जनता ने अपने विधायक का साथ न छोड़ा और 56.99 वोट प्रतिशत जीत के साथ हरबंस कपूर ने आठवीं बार विधायक के तौर पर शपथ ली. लगातार आठ बार की जीत यह बताने के लिए काफी है कि जनता के बीच उनकी पकड़ कितनी मजबूत है. पिछले पांच साल में हरबंस कपूर क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं, लेकिन यह संदेश भी जाता रहा है कि वह अपने पुत्र को राजनीति में आगे करने के लिए बिसात बिछा रहे हैं.