मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव से भेंट कर उत्तराखंड राज्य के हित में कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं पर चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने गौरीगंगा नदी पर प्रस्तावित 120 मेगावाट की सिरकारी भ्योल रूपसियाबगड़ जलविद्युत परियोजना के निर्माण हेतु पर्यावरणीय स्वीकृति एवं वन भूमि हस्तांतरण को मंजूरी देने का आग्रह किया। यह परियोजना राज्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायक सिद्ध होगी।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने त्रिवेणी घाट, ऋषिकेश से नीलकंठ महादेव मंदिर तक रोपवे निर्माण हेतु राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) की आगामी बैठक में स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया। यह रोपवे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा और यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री धामी ने चौरासी कुटिया (बीटल्स आश्रम) के पुनरुद्धार हेतु केंद्र सरकार से सहयोग की भी मांग की। यह स्थल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध है और इसके विकास से आध्यात्मिक पर्यटन को बल मिलेगा।
प्रदेश में लगातार बढ़ रही वनाग्नि की घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने CAMPA योजना के अंतर्गत ₹404 करोड़ की विशेष सहायता की मांग भी की, जिससे वन क्षेत्रों की सुरक्षा और पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाई जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में उत्तराखंड सरकार इकोलॉजी और इकोनॉमी के संतुलन के साथ कार्य कर रही है। प्रस्तावित परियोजनाओं से न केवल आधारभूत संरचनाएं सुदृढ़ होंगी, बल्कि आमजन को भी सीधा लाभ मिलेगा।
केंद्रीय मंत्री द्वारा सभी प्रस्तावों पर सकारात्मक आश्वासन दिए जाने पर मुख्यमंत्री ने उनका आभार व्यक्त किया।