बिरजा इंटर कॉलेज चिन्यालीसौड़ में मात्र सम्मेलन की बैठक संपन्न हुई। बैठक के दौरान छात्रों और विद्यालय के विकास पर चर्चा हुई। साथ ही बोर्ड परीक्षा शुरू होने से पहले बच्चों को परीक्षा के तनाव, अवसाद और भय दूर करने के लिए परीक्षा पर्व का एजेंडा बनाकर माताओ की काउंसिलिंग भी की गई।
शुक्रवार को बिरजा इण्टर कॉलेज चिन्यालीसौड़ में अभिभावक महिलाओं ने बच्चों के शैक्षणिक स्तर की जानकारी लेने के साथ शिक्षा में सुधार को लेकर सुझाव भी दिए। वहीं शिक्षकों ने भी अभिभावकों से घर पर बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देने की बात कही। बैठक में शिक्षिकाओ और माताओं के बीच अपने बच्चों की कमियों और खूबियों के बारे में चर्चा की गई।
बैठक में मौजूद अध्यापिकाओं ने कहा कि अभिभावकों की ओर से बच्चों के बारे की गई शिकायतों पर तत्काल सुधार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर हो रहे बदलाव के मद्देनजर शिक्षकों और अभिभावकों के बीच बैठक होना बेहद जरूरी है। कहा कि शिक्षक विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को हर पहलू से प्रखर बनाने में निरंतर प्रयत्नशील रहते हैं। उन्होंने बच्चों को नियमित तौर पर विद्यालय भेजने, साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने की सलाह अभिभावकों को दी।
बोर्ड परीक्षा पर चर्चा के दौरान बच्चों से ज्यादा महिलाओं की महत्वाकांक्षा सामने आयी । बैठक में आए सुझावों और परीक्षा के समय बच्चे क्या करें, क्या न करें और अभिभावक क्या करें, क्या न करें इसकी काउंसिलिंग आधारित कार्यक्रम को महिलाओं ने परीक्षा पर्व का नाम दिया। उन्होंने कहा कि बच्चे परीक्षा में उत्सव के तौर पर शामिल हो ऐसा माहौल बनना चाहिए।