उत्तराखंड में आगामी 10 मई को गंगोत्री-यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 की विधिवत शुरुआत हो जाएगी। 12 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों को पहले से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए स्वास्थ्य महकमे ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर बताया कि राज्य सरकार यात्रा को सुगम एवं व्यवस्थित बनाने के लिए हरसंभव तरीके से प्रयासरत है। पर्यटन विभाग की बेबसाइट लाइव हो गई है। इसमें हैल्थ पैरामीटर का कॉलम रखा गया है। जिसमें यात्री अपनी हैल्थ से सबंधित पूरी जानकारी भरेंगे तो उन्हें जरूरत के समय इलाज में आसानी रहेगी। डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि चारधाम यात्रा के लिए एसओपी 11 भाषाओं में तैयार की गई है। तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए स्वास्थ्य विेभाग ने हिंदी, अंग्रेजी के साथ गुजराती, मराठी, तेलगू समेत नौ स्थानीय भाषाओं में मानक प्रचलन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार कर बाहरी राज्यों को भेज दी है। उन्होंने अवगत कराया कि बाहरी राज्यों को एसओपी भेज दी गई है। जिससे दूसरे राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं अपनी भाषाओं में स्वास्थ्य संबंधित दिशा-निदर्शों का पालन कर सकें।
सुगम और सुरक्षित चारधाम यात्रा का लक्ष्य
50 जगह होगी तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य जांच
बद्री-केदार में स्थित अस्पतालों के लिए उपकरणों की खरीद शुरू
11 भाषाओं में तैयार की गई एसओपी
यात्रा मार्गाे पर 50 स्क्रीनिंग प्वाइंट
अन्य राज्यों के डॉक्टर से अपील, इच्छुक डॉक्टर दे सकते हैं अपनी सेवाएं
मेडिकल रिलीफ प्वाइंट पर स्वास्थ्य मित्रों की तैनाती भी
तीर्थयात्रियों को महत्वपूर्ण सलाह
केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर विशेष फोकस
यात्रा मार्गों पर स्थापित होंगे हैल्थ एटीएम
टेलीमेडिसन की भी सुविधा
श्रद्धालुओं के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के इंतजाम