विधानसभा सत्र के पहले दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने वन, पीडब्ल्यूडी,सिंचाई और पर्यटन विभाग के सवालों से मंत्रियों को जमकर घेरा।। खासकर सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज सिंचाई विभाग के कई सवालों का ठीक से जवाब नहीं दे पाए,, झबरेड़ा से विधायक वीरेंद्र जाति ने इकबालपुर में बनने वाली नहर परियोजना से संबंधित सवाल पूछा,, जिसका सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज संतुष्ट जवाब नहीं दे पाए ,,आपको बता दें कि यह सिंचाई नहर 2013-14 में प्रस्तावित हुई थी,, जो बनकर अभी तक तैयार नहीं हुई है ,,इससे संबंधित बरेंद्र जाति ने सिंचाई मंत्री से सवाल पूछा था कि यह कब तक बनकर तैयार होगी,, क्योंकि इस नहर के बन जाने से तकरीबन 75 गांव को सिंचाई का लाभ मिलेगा।
वहीं कांग्रेस के कुछ विधायकों ने विशेषाधिकार हनन का मामला भी सदन में उठाया,, इसमें जसपुर से कांग्रेस विधायक आदेश चौहान और हल्द्वानी से कांग्रेस विधायक सुमित हृदेश शामिल है,, विशेषाधिकार हनन के मामले पर पर विधानसभा अध्यक्ष ने सरकार को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रदेश में किसी भी स्तर पर विधायकों का विशेषाधिकार का हनन नहीं होना चाहिए ,,और इस मामले की जांच की बात भी कही।
जिस पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने साफ कहा कि विधायकों के विशेषाधिकार का हनन नहीं होना चाहिए,, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही की वजह से जनप्रतिनिधि अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं।।