सुनील सोनकर ✍️
पर्यटन नगरी मसूरी में व्यापारियों जीएसटी को लेकर आ रही दिक्कतों का अब सामना नहीं करना पड़ेगा। व्यापारियों के हितों को देखते हुए मसूरी में केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर के क्षेत्रीय कार्यालय का केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर के कमिश्नर उत्तराखंड आईआरएस दीपांकर ऐरन द्वारा विधिवत उद्दघाटन कर जनता को समर्पित किया। कमिश्नर दीपांकर ऐरन ने कहा कि जीएसटी को लागू हुए 5 वर्ष हो गए हैं, उन्होने कहा कि मसूरी में जीएसटी का कार्यलाय खुलने के बाद मसूरी और आसपास के उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा वहीं उनकी समस्याओं का भी निराकरण हो सकेगा। उन्होंने कहा कि पूर्व में जीएसटी को लेकर आ रही समस्या और उससे जुड़े सवालों को लेकर उपभोक्ताओं को देहरादून जाना पड़ता था परंतु अब मसूरी में भी कार्यालय खुल गया है इसका लाभ यहां की जनता को मिलेगा। उन्होने बताया कि जीएसटी एक टैक्स रिफॉर्म ही नहीं है बल्कि इकोनामिक रिफॉर्म है जीएसटी ने देश को जोडने का प्रयास किया है वन नेशन वन टैक्स लागू होने के बाद देश में उद्योग और व्यापार काफी तेजी से बढ़ रहा है। भारत देश विकासशील से विकसित देश के रूप में अग्रसर है उन्होंने कहा कि अग्रेजो के समय र जब भारत 20 से 25 विश्व का जीडीपी देने वाला देश था। और अब मात्र 3.5 प्रतिशत जीडीपी भारत के द्वारा दी जाती है। वन नेशन वन टैक्स लागू होने के बाद लगातार जीडीपी में उछाल देखने को मिला और अब दोबारा भारत विश्व गुरु बनने की ओर कदम रखने जा रहा है उत्तराखंड के मसूरी में 20,000 से ज्यादा कर दाता है जिससे उत्तराखंड के 10 प्रतिश्त है वह मसूरी से प्रति वर्ष 4.30 सौ करोड़ का राजस्व राज्य सरकार को प्राप्त होता है सरकार द्वारा इस टैक्स को लेकर कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं और यह सब इलेक्ट्रॉनिक तरीके से किया जा रहा है इसका लाभ उपभोक्ताओं को मिल रहा है।