पोस्टल बैलेट में मतदान करने का वीडियो भारतीय सेना की दो कुमाऊं रेजीमेंट के जवानों ने जम्मू से जारी किया था। पुलिस ने जवानों की पहचान कर ली है। इस मामले में वीडियो में दिख रहे जवान के साथ ही पांच जवानों को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा गया है। जवानों को पुलिस ने एक सप्ताह का समय दिया है।
विधानसभा चुनाव में डीडीहाट विस क्षेत्र में पोस्टल बैलेट से मतदान का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। इस वीडियो में सेना की वर्दी में दिख रहा एक जवान सभी के नाम से स्वयं मतदान करता नजर आ रहा था। वीडियो में जवानों के बीच की बातचीत भी रिकॉर्ड हुई है, जिसमें जवान एक राष्ट्रीय दल या निर्दलीय के सामने हस्ताक्षर करने का सुझाव दे रहा है।
कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप पाल ने की थी जिला निर्वाचन अधिकारी और पुलिस से शिकायत
डीडीहाट विधानसभा क्षेत्र से जुड़ा होने के कारण कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप पाल ने इस मामले की शिकायत जिला निर्वाचन अधिकारी और पुलिस से की थी। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी इस मामले में ट्वीट करते हुए चुनाव आयोग से संज्ञान लेने की मांग की थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने डीडीहाट थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पिथौरागढ़ के एसपी लोकेश्वर सिंह के निर्देश पर डीडीहाट थाना पुलिस से एक जांच टीम गठित की थी। सर्विलांस सेल की भी मदद ली गई। पुलिस की जांच में यह वीडियो भारतीय सेना की दो कुमाऊं रेजीमेंट से जुड़ा निकला।
मजिस्ट्रेट के सामने कराए गए बयान
इस मामले में पुलिस ने वीडियो में नजर आ रहे जवानों को नोटिस जारी किया है। जवानों को जांच अधिकारी के समक्ष अपना पक्ष रखने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। जम्मू कश्मीर से वीडियो बनाकर जवानों ने डीडीहाट में जिस व्यक्ति को वीडियो भेजा था उसकी भी पहचान कर ली गई है। उस व्यक्ति के भी मजिस्ट्रेट के सामने बयान कराए गए हैं।
बैलेट पेपर से मतदान वाले वीडियो के मामले की जांच की गई। जांच में सामने आया कि यह वीडियो दो कुमाऊं रेजीमेंट जम्मू से जारी किया गया था। सभी जवानों को बयान दर्ज करने के लिए एक सप्ताह के भीतर उपस्थित होने का नोटिस जारी किया गया है। जिस स्थानीय व्यक्ति के पास सबसे पहले यह वीडियो पहुंचा था, उसके भी बयान मजिस्ट्रेट के सम्मुख लिए गए हैं। जवानों के यहां आने पर उनसे पूछताछ की जाएगी :- लोकेश्वर सिंह, एसपी, पिथौरागढ़।